Nasheed
आंखों का तारा नाम-ए-मुहम्मद LYRICS
आंखों का तारा नाम-ए-मुहम्मद
दिल का उजाला नाम-ए-मुहम्मद
पूछेगा मौला लाया हैं क्या-क्या
मैं ये कहूंगा नाम-ए-मुहम्मद
अल्लाहु अकबर रब्बुल-उला ने
हर शै पर लिखा नाम-ए-मुहम्मद
दौलत जो चाहो दोनों जहां की
कर लो वज़ीफ़ा नाम-ए-मुहम्मद
शैदा ना क्यों हो इस पर मुसलमान
रब को है प्यारा नाम-ए-मुहम्मद
सल्ले अला का सेहरा सजाकर
दूल्हा बनाया नाम-ए-मुहम्मद
पाई मुरादें दोनों जहां में
जिसने पुकारा नाम-ए-मुहम्मद
पढ़ती दरूदें, दौड़ेगी हूरे
लाशा जो लेगा नाम-ए-मुहम्मद
रोज़-ए-क़यामत, मीज़ान-ए-पुल पर
देगा सहारा नाम-ए-मुहम्मद
बेड़ा तबाही में आ गया है
दे दे सहारा नाम-ए-मुहम्मद
अपना रज़ा पे क़ुर्बान जाऊं
जिसने सिखाया नाम-ए-मुहम्मद