Nasheed

DUROOD E  AHLE BAIT LYRICS IN HINDI

ली ख़म्सतुन उत्फ़ी बिहा हर्रल-वबाइल-हातिमा
अल-मुस्तफ़ा वल-मुर्तज़ा वबना हुमा वल-फ़ातिमा

अल्लाहुम्मा सल्लि-‘अला सैय्यिदिना वा मौलाना मुहम्मद
वा ‘अला सैय्यिदिना ‘अलीय्यिव्व-सैय्यिदातिना फ़ातिमा
वा सैय्यिदातिना ज़ैनब वा सैय्यिदिना हसन वा सैय्यिदिना हुसैन
वा ‘अला आलेहि वा सहबिहि वा बारिक वा सल्लिम

अल्लाहुम्मा सल्लि-‘अला सैय्यिदिना वा मौलाना मुहम्मद
अल्लाहुम्मा सल्लि-‘अला सैय्यिदिना वा मौलाना मुहम्मद

अल्लाह के लिए है गुल-ए-हम्द ओ बंदगी
जिसने हमें अता किया ईमान ओ ज़िंदगी

क़ुरआन ने बताया कि ईमान है हुज़ूर
और ईमान ये कह रहा है, मेरी जान है हुज़ूर

आंखों से औलिया मिले जिस आस्तान की ख़ाक
सरकार के वो लाडले बेटे हैं ग़ौस-ए-पाक

प्यारे नबी की ज़ात पर रब का दुरूद है
सुल्तान-ए-दो-जहां पर सब का दुरूद है

अल्लाहुम्मा सल्लि-‘अला सैय्यिदिना वा मौलाना मुहम्मद
अल्लाहुम्मा सल्लि-‘अला सैय्यिदिना वा मौलाना मुहम्मद

या उम्म-ए-अबीहा! या उम्म-ए-फबीहा!
या अशरफुन्निसा! या फ़ातिमा ज़हरा!

या सैय्यिदा! या ज़हरा!

ज़हरा पे भेजते जो दुरूद-ओ-सलाम हैं
वो सच्चे ग़ुलाम-ए-मुस्तफ़ा हैं, नेक नाम हैं

अल्लाहुम्मा सल्लि-‘अला सैय्यिदिना वा मौलाना मुहम्मद
अल्लाहुम्मा सल्लि-‘अला सैय्यिदिना वा मौलाना मुहम्मद

शाह-ए-मरदां, शेर-ए-यज़दां, क़ुव्वत-ए-परवर्दिगार
ला-फ़ता इल्ला ‘अली, ला-सैफ इल्ला ज़ुल्फ़िक़ार

अल्लाह के शेर हैदर-ए-क़र्रार पर दुरूद
हज़रत हसन-हुसैन के किरदार पर दुरूद

अल्लाहुम्मा सल्लि-‘अला सैय्यिदिना वा मौलाना मुहम्मद
अल्लाहुम्मा सल्लि-‘अला सैय्यिदिना वा मौलाना मुहम्मद

ख़ुत्बों ने ज़ैनब के महल-ए-यज़ीद में वो काम किया
कोई मरा भी नहीं और कोई बचा भी नहीं

ज़ैनब की बारगाह में सलाम-ए-नियाज़ है
जो मुर्तज़ा की लाडली, ज़हरा का नाज़ है

अल्लाहुम्मा सल्लि-‘अला सैय्यिदिना वा मौलाना मुहम्मद
अल्लाहुम्मा सल्लि-‘अला सैय्यिदिना वा मौलाना मुहम्मद

जन्नत में फ़ातिमा की कनीज़ें जहां रहें
या रब! मेरी दुआ है, मेरी मां वहां रहें

अल्लाहुम्मा सल्लि-‘अला सैय्यिदिना वा मौलाना मुहम्मद
अल्लाहुम्मा सल्लि-‘अला सैय्यिदिना वा मौलाना मुहम्मद

जन्नत में मुस्तफ़ा के सहाबा जहां रहें
या रब! मेरी दुआ है, मेरे बाबा वहां रहें

अल्लाहुम्मा सल्लि-‘अला सैय्यिदिना वा मौलाना मुहम्मद
अल्लाहुम्मा सल्लि-‘अला सैय्यिदिना वा मौलाना मुहम्मद

पढ़ते हैं गर दुरूद तो मिलता सवाब है
भेजे अगर सलाम तो आता जवाब है

अल्लाहुम्मा सल्लि-‘अला सैय्यिदिना वा मौलाना मुहम्मद
वा ‘अला सैय्यिदिना ‘अलीय्यिव्व-सैय्यिदातिना फ़ातिमा
वा सैय्यिदातिना ज़ैनब वा सैय्यिदिना हसन वा सैय्यिदिना हुसैन
वा ‘अला आलेहि वा सहबिहि वा बारिक वा सल्लिम


Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

three × four =

Back to top button